पिछले साल सिर्फ एक नैनो कार बिकी; सायरस मिस्त्री ने इसे पहले ही घाटे का प्रोजेक्ट बताया था


टाटा मोटर्स ने 2019 में एक भी नैनो कार का प्रोडक्शन नहीं किया। पूरे साल में सिर्फ एक कार बिकी। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। बता दें टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री के रतन टाटा से विवाद की एक वजह नैनो भी मानी जाती है। मिस्त्री ने अपने कार्यकाल में नैनो को घाटे का प्रोजेक्ट बताकर प्रोडक्शन बंद करने का फैसला लिया था। हालांकि, कंपनी ने 2018 तक प्रोडक्शन जारी रखा।


रतन टाटा के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर पेश की गई थी नैनो
अक्टूबर 2016 में मिस्त्री चेयरमैन पद से हटा दिए गए। घाटे के बावजूद नैनो का प्रोडक्शन जारी रखने के टाटा मोटर्स के फैसले पर मिस्त्री ने कहा था कि सिर्फ भावनात्मक वजह से कंपनी ने नैनो की मैन्युफैक्चरिंग जारी रखी। बता दें जनवरी 2008 में ऑटो एक्सपो में रतन टाटा ने आम आदमी की कार के रूप में नैनो पेश की थी। टाटा मोटर्स ने कहा था कि इसकी कीमत सिर्फ एक लाख रुपए होगी। मार्च 2009 में नैनो बाजार में आई। तब तक प्रोडक्शन लागत बढ़ चुकी थी, लेकिन टाटा मोटर्स ने कहा कि वादे के मुताबिक नैनो की शुरुआती कीमत 1 लाख रुपए ही रखी जाएगी।


नैनो अप्रैल से बंद हो सकती है


हालांकि, हर बार की तरह कंपनी का यही कहना है कि नैनो के भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। किसी कार के प्रोडक्शन की योजना डिमांड, स्टॉक और सामर्थ्य पर आधारित होती है। लेकिन, कंपनी यह भी कहती रही है कि नैनो का मौजूदा प्रारूप नए सुरक्षा नियमों और बीएस-6 उत्सर्जन मानकों के अनुरूप नहीं होगा। इससे संकेत मिलते हैं कि कंपनी नैनो को अपग्रेड नहीं करेगी। बीएस-6 मानक अप्रैल से लागू होंगे।