श्रवण क्षेत्र में सप्तकोसी परिक्रमा कल, तैयारियां शून्य
अंबेडकरनगर: श्रद्धालुओं को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। देवोत्थानी एकादशी पर श्रवण क्षेत्र में होने वाली सप्तकोसी परिक्रमा मार्ग पर अव्यवस्थाओं का डेरा है। कहीं गिट्टियां उखड़ी हैं तो कहीं बड़े-बड़े गड्ढे हैं। नदी पर बने घाट की सीढि़यां तक गंदगी से पटी हैं। पानी से दुर्गंध उठ रहा है लेकिन प्रशासन को इन सबकी परवाह नहीं है। जबकि कल बुधवार को ही सप्तकोसी परिक्रमा है।
श्रवण क्षेत्र स्थित पवित्र तमसा नदी के संगम स्थल से भोर में स्नान, धार्मिक अनुष्ठान व मुख्य मंदिर में पूजा-अर्चना कर श्रद्धालु सप्तकोसी परिक्रमा की शुरुआत करेंगे। परिक्रमा शुरू होने में महज एक दिन बचा है लेकिन आयोजन की दिशा में अभी तक तैयारी शून्य है। संगम तट व घाट की सीढि़यां तक गंदगी से पटे हैं। पानी दूषित होने से दुर्गंध उठ रही है। गत दिनों संगम के पानी में दुर्गा व गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों के विसर्जन के बाद अवशेष उतरा रहे हैं। संगम तट के पास स्थित ह्यूम पाइप के पुल तथा एप्रोच मार्ग की मिट्टी बहने से वहां पानी भरा है। परिक्रमा मार्ग की गिट्टियां उखड़कर पटरियों तक बिखरी हैं। वाहनों के गुजरने पर उठते धूल के गुबार से हमेशा आंधी सा मंजर रहता है। वहीं कई मंदिरों की रंगाई-पुताई तक नहीं हो सकी है।
गत वर्षों की तरह इस बार भी साधु-संतों, स्थानीय समेत दूरदराज के श्रद्धालुओं का जत्था परिक्रमा में शामिल होने को उत्सुक है। परिक्रमा की अगुवाई बाबा नंदलाल दास करेंगे। धार्मिक स्थल से परिक्रमा शुरू होकर अन्नावां मार्ग के मूसेपुर गिरंट, घाघूपुर, चितौना, अन्नावां होते हुए धार्मिक स्थल शिवबाबा पहुंचेगी। यहां से परिक्रमार्थियों की टोली सीहमई, अरियौना, गोविद गनेशपुर, बरवा बैरमपुर होते हुए अकबरपुर पहुंचेगी। यहां से शहजादपुर होते हुए टांडा-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग से भिखारीपुर, पहितीपुर होते हुए श्रवण धाम पर संपन्न होगी।
तैनात रहेगी टीम: तहसीलदार जेपी यादव तथा सीओ कृष्णकांत शुक्ल ने बताया कि तैयारियां समुचित तरीके से की जा रही हैं। ग्राम प्रधान को सफाई तथा व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। राजस्व कर्मियों, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मियों, अग्निशमन कर्मियों, पीआरबी टीम तैनात की गई है।
चिऊंटीपारा की ग्राम प्रधान सरोजा देवी व शिवबाबा के महंत ओमप्रकाश गोस्वामी ने बताया कि परिक्रमा बुधवार को है। मंगलवार तक घाट, सीढि़यों, संगम तट, मंदिर व मेला परिसर की सफाई दुरुस्त करा दी जाएगी।